In a significant move demonstrating its commitment to employee welfare, the government recently addressed a series of challenging cases involving personnel facing severe medical and personal distress. Following a detailed review by the State Advisory Committee on June 15, 2011, several applications initially deemed outside the existing medical/actual distress guidelines were re-evaluated. Despite the initial recommendations for rejection by the committee, the Union Government has empathetically recognized these as valid cases of genuine distress. As a result, specific personnel, suffering from serious conditions like Parkinsonism, Dementia, and severe mental health issues, will be retained in the state of Uttarakhand, ensuring continued support and care. This decision underscores a compassionate approach to public service, prioritizing the well-being of its dedicated employees.
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संख्या- 27/11/2011-एस.आर.एस.
भारत सरकार
कार्मिक, लोक शिकायत तथा पेंशन मंत्रालय
(कार्मिक और प्रशिक्षण विभाग)
तीसरा तल, लोकनायक भवन,
खान मार्केट, नई दिल्ली ।
दिनांक 27 सितम्बर, 2011
सेवा में,
मुख्य सचिव,
उत्तर प्रदेश सरकार,
लखनऊ ।
मुख्य सचिव,
उत्तरांचल सरकार,
देहरादून ।
विषयः चिकित्सकीय/वास्तविक व्यथा से सम्बन्धित प्रकरणों पर राज्य परामर्शी समिति की दिनांक 15, जून 2011 को आयोजित बैठक में विचार ।
महोदय,
उपर्युक्त विषय में मुझे यह कहने का निदेश हुआ है कि राज्य परामर्शी समिति की दिनांक 15 जून, 2011 को आयोजित बैठक में विचारोपरांत समिति ने संलग्नक में उल्लिखित कार्मिकों के अभ्यावेदनों को चिकित्सकीय/वास्तविक व्यथा दिशा-निर्देशों से आच्छादित न होने के कारण अस्वीकृत करने की संस्तुति की है ।
समिति द्वारा इन मामलों में जो संस्तुतियों की गई उन्हें भारत सरकार द्वारा वास्तविक/चिकित्सकीय व्यथा के अन्तर्गत मान लिया गया है । संलग्नक में उल्लिखित कार्मिकों को उत्तराखंड राज्य में बनाये रखे जाने का निर्णय लिया गया है ।
कृपया संबंधित अधिकारियों को इन निर्णयों से अवगत करवा दिया जाए ।
भवदीय
(सारंगधर नायक)
अवर सचिव, भारत सरकार
प्रतिलिपिः-
- श्री राजेन्द्र मोहन श्रीवास्तव, प्रमुख सचिव, उत्तर प्रदेश पुनर्गठन समन्वय विभाग, 8-ए, नवीन भवन, सचिवालय, लखनऊ ।
- प्रमुख सचिव, उत्तराखंड पुनर्गठन समन्वय विभाग, देहरादून ।
संलग्नक 04 कार्मिकों की सूची

| 1 | 2 | 3 | 5 | 10 | 11 |
| 1 | श्री अनय कुमार पाण्डेय, | माता मानसिक | 18.02. | राज्य चिकित्सा परिषद की आख्यानुसार | बैठक में उपस्थित चिकित्साधिकारी के |
| प्रवक्ता, राजकीय इण्टर | रोग से ग्रस्त | 1991 | श्रीमती जयरानी पाण्डेय, माता श्री अवध | मातापुसार प्रश्नगत बीमारी पुनर्गवन | |
| बोलेस, ओखलकान्या, | तदर्थ | कुमार पाण्डेय केस ऑफ प्रारकिम्सनयन | समन्यय विभाग द्वारा जारी अधिसूचना | ||
| नैनीताल, उत्तराखण्ड। | विद सेलेबल टाक्सिया विद पैरारेरेसिस है। | दिनांक 04 फरवरी, 2009 संरक्षित | |||
| इन्हें पारिवारिक सहयोग की सलाह दी गयी | अधिसूचना दिनांक 06 मार्च, 2009 से | ||||
| है। | आच्छादित न होने के कारण समिति | ||||
| 2 | श्री वीरेख प्रसाद गुप्ता, | पिता मानसिक | 26.10. | राज्य चिकित्सा परिषद की आख्यानुसार श्री | बैठक में उपस्थित चिकित्साधिकारी के |
| प्रवक्ता, भूपोल, राजकीय | रोग से ग्रस्त | 1988 | महावेद प्रसाद गुप्ता पिता श्री वीरेख प्रसाद | मातापुसार प्रश्नगत बीमारी पुनर्गवन | |
| इण्टर कलेज, चाची, | गुप्ता हिनेसिया विद एड स्कीप विद | समन्यय विभाग द्वारा जारी अधिसूचना | |||
| नैनीताल, उत्तराखण्ड। | आर्कजनल बिहेवियरिल प्राब्लम के | दिनांक 04 फरवरी, 2009 संरक्षित | |||
| उपचारित केस है। इन्हें आजीवन नियमित | अधिसूचना दिनांक 06 मार्च, 2009 से | ||||
| उधार एवं देखरेख की आवश्यकता है। | आच्छादित न होने के कारण समिति | ||||
| 3 | श्री रामव्रेत गौतम, सहायक | पत्नी गम्भीर | 23.03. | राज्य चिकित्सा परिषद की आख्यानुसार | बैठक में उपस्थित चिकित्साधिकारी के |
| अध्यापक राजकीय उच्चतर | मानसिक रोग से | 1991 | श्रीमती शीतला गौतम पत्नी श्री रामव्रेत | मातापुसार प्रश्नगत बीमारी पुनर्गवन | |
| माध्यमिक विद्यालय, रीवा, | प्रस्त | तदर्थ। | गौतम विदेशन विद साइकोटिक फीचर्स | समन्यय विभाग द्वारा जारी अधिसूचना | |
| नैनीताल, उत्तराखण्ड। | मानक रोग से ग्रसित है। इनको आजीवन | दिनांक 04 फरवरी, 2009 संरक्षित | |||
| देखभाल की आवश्यकता है। | अधिसूचना दिनांक 06 मार्च, 2009 से | ||||
| आच्छादित न होने के कारण समिति | |||||
| 4 | श्री दत्तेल सिंह, प्रधानाचार्य, | पत्नी मानसिक | 01.05. | राज्य चिकित्सा परिषद की आख्यानुसार | बैठक में उपस्थित चिकित्साधिकारी के |
| राजकीय इण्टर कलेज, | रोग से ग्रसित। | 1999 | श्रीमती रानेश, पत्नी श्री दत्तेल सिंह “केस | मातापुसार प्रश्नगत बीमारी पुनर्गवन | |
| औदली, ऊधम सिंह नगर, | ऑफ विदेशन विद साइकोटिक फीचर्स” है। | समन्यय विभाग द्वारा जारी अधिसूचना | |||
| उत्तराखण्ड। | इन्हें अकेले न जोड़ने एवं सन्धी अवधि तक | दिनांक 04 फरवरी, 2009 संरक्षित | |||
| उपचार एवं पारिवारिक सहयोग की | अधिसूचना दिनांक 06 मार्च, 2009 से | ||||
| आवश्यकता है। | आच्छादित न होने के कारण समिति | ||||
| द्वारा प्रकरण को आखीकार किये जाने | |||||
| की संस्तुति की गई। | |||||
| 5 | बैठक में उपस्थित चिकित्साधिकारी के | ||||
| मातापुसार प्रश्नगत बीमारी पुनर्गवन | |||||
| समन्यय विभाग द्वारा जारी अधिसूचना | |||||
| दिनांक 04 फरवरी, 2009 संरक्षित | |||||
| अधिसूचना दिनांक 06 मार्च, 2009 से | |||||
| आच्छादित न होने के कारण समिति | |||||
| द्वारा प्रकरण को आखीकार किये जाने | |||||
| की संस्तुति की गई। | |||||
| 6 | बैठक में उपस्थित चिकित्साधिकारी के | ||||
| मातापुसार प्रश्नगत बीमारी पुनर्गवन | |||||
| समन्यय विभाग द्वारा जारी अधिसूचना | |||||
| दिनांक 04 फरवरी, 2009 संरक्षित | |||||
| अधिसूचना दिनांक 06 मार्च, 2009 से | |||||
| आच्छादित न होने के कारण समिति | |||||
| द्वारा प्रकरण को आखीकार किये जाने | |||||
| की संस्तुति की गई। | |||||
| 7 | बैठक में उपस्थित चिकित्साधिकारी के | ||||
| मातापुसार प्रश्नगत बीमारी पुनर्गवन | |||||
| समन्यय विभाग द्वारा जारी अधिसूचना | |||||
| दिनांक 04 फरवरी, 2009 संरक्षित | |||||
| अधिसूचना दिनांक 06 मार्च, 2009 से | |||||
| आच्छादित न होने के कारण समिति | |||||
| द्वारा प्रकरण को आखीकार किये जाने | |||||
| की संस्तुति की गई। | |||||
| 8 | बैठक में उपस्थित चिकित्साधिकारी के | ||||
| मातापुसार प्रश्नगत बीमारी पुनर्गवन | |||||
| समन्यय विभाग द्वारा जारी अधिसूचना | |||||
| दिनांक 04 फरवरी, 2009 संरक्षित | |||||
| अधिसूचना दिनांक 06 मार्च, 2009 से | |||||
| आच्छादित न होने के कारण समिति | |||||
| द्वारा प्रकरण को आखीकार किये जाने | |||||
| की संस्तुति की गई। | |||||
| 9 | बैठक में उपस्थित चिकित्साधिकारी के | ||||
| मातापुसार प्रश्नगत बीमारी पुनर्गवन | |||||
| समन्यय विभाग द्वारा जारी अधिसूचना | |||||
| दिनांक 04 फरवरी, 2009 संरक्षित | |||||
| अधिसूचना दिनांक 06 मार्च, 2009 से | |||||
| आच्छादित न होने के कारण समिति | |||||
| द्वारा प्रकरण को आखीकार किये जाने | |||||
| की संस्तुति की गई। | |||||
| 10 | बैठक में उपस्थित चिकित्साधिकारी के | ||||
| मातापुसार प्रश्नगत बीमारी पुनर्गवन | |||||
| समन्यय विभाग द्वारा जारी अधिसूचना | |||||
| दिनांक 04 फरवरी, 2009 संरक्षित | |||||
| अधिसूचना दिनांक 06 मार्च, 2009 से | |||||
| आच्छादित न होने के कारण समिति | |||||
| द्वारा प्रकरण को आखीकार किये जाने | |||||
| की संस्तुति की गई। | |||||
| 11 | बैठक में उपस्थित चिकित्साधिकारी के | ||||
| मातापुसार प्रश्नगत बीमारी पुनर्गवन | |||||
| समन्यय विभाग द्वारा जारी अधिसूचना | |||||
| दिनांक 04 फरवरी, 2009 संरक्षित | |||||
| अधिसूचना दिनांक 06 मार्च, 2009 से | |||||
| आच्छादित न होने के कारण समिति | |||||
| द्वारा प्रकरण को आखीकार किये जाने | |||||
| की संस्तुति की गई। | |||||
| 12 | बैठक में उपस्थित चिकित्साधिकारी के | ||||
| मातापुसार प्रश्नगत बीमारी पुनर्गवन | |||||
| समन्यय विभाग द्वारा जारी अधिसूचना | |||||
| दिनांक 04 फरवरी, 2009 संरक्षित | |||||
| अधिसूचना दिनांक 06 मार्च, 2009 से | |||||
| आच्छादित न होने के कारण समिति | |||||
| द्वारा प्रकरण को आखीकार किये जाने | |||||
| की संस्तुति की गई। | |||||
| 13 | बैठक में उपस्थित चिकित्साधिकारी के | ||||
| मातापुसार प्रश्नगत बीमारी पुनर्गवन | |||||
| समन्यय विभाग द्वारा जारी अधिसूचना | |||||
| दिनांक 04 फरवरी, 2009 संरक्षित | |||||
| अधिसूचना दिनांक 06 मार्च, 2009 से | |||||
| आच्छादित न होने के कारण समिति | |||||
| द्वारा प्रकरण को आखीकार किये जाने | |||||
| की संस्तुति की गई। | |||||
| 14 | बैठक में उपस्थित चिकित्साधिकारी के | ||||
| मातापुसार प्रश्नगत बीमारी पुनर्गवन | |||||
| समन्यय विभाग द्वारा जारी अधिसूचना | |||||
| दिनांक 04 फरवरी, 2009 संरक्षित | |||||
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| आच्छादित न होने के कारण समिति | |||||
| द्वारा प्रकरण को आखीकार किये जाने | |||||
| की संस्तुति की गई। | |||||
| 15 | बैठक में उपस्थित चिकित्साधिकारी के | ||||
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| आच्छादित न होने के कारण समिति | |||||
| द्वारा प्रकरण को आखीकार किये जाने | |||||
| की संस्तुति की गई। | |||||
| 16 | बैठक में उपस्थित चिकित्साधिकारी के | ||||
| मातापुसार प्रश्नगत बीमारी पुनर्गवन | |||||
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| दिनांक 04 फरवरी, 2009 संरक्षित | |||||
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| आच्छादित न होने के कारण समिति | |||||
| द्वारा प्रकरण को आखीकार किये जाने | |||||
| की संस्तुति की गई। | |||||
| 17 | बैठक में उपस्थित चिकित्साधिकारी के | ||||
| मातापुसार प्रश्नगत बीमारी पुनर्गवन | |||||
| समन्यय विभाग द्वारा जारी अधिसूचना | |||||
| दिनांक 04 फरवरी, 2009 संरक्षित | |||||
| अधिसूचना दिनांक 06 मार्च, 2009 से | |||||
| आच्छादित न होने के कारण समिति | |||||
| द्वारा प्रकरण को आखीकार किये जाने | |||||
| की संस्तुति की गई। | |||||
| 18 | बैठक में उपस्थित चिकित्साधिकारी के | ||||
| मातापुसार प्रश्नगत बीमारी पुनर्गवन | |||||
| समन्यय विभाग द्वारा जारी अधिसूचना | |||||
| दिनांक 04 फरवरी, 2009 संरक्षित | |||||
| अधिसूचना दिनांक 06 मार्च, 2009 से | |||||
| आच्छादित न होने के कारण समिति | |||||
| द्वारा प्रकरण को आखीकार किये जाने | |||||
| की संस्तुति की गई। | |||||
| 19 | बैठक में उपस्थित चिकित्साधिकारी के | ||||
| मातापुसार प्रश्नगत बीमारी पुनर्गवन | |||||
| समन्यय विभाग द्वारा जारी अधिसूचना | |||||
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| आच्छादित न होने के कारण समिति | |||||
| द्वारा प्रकरण को आखीकार किये जाने | |||||
| की संस्तुति की गई। | |||||
| 20 | बैठक में उपस्थित चिकित्साधिकारी के | ||||
| मातापुसार प्रश्नगत बीमारी पुनर्गवन | |||||
| समन्यय विभाग द्वारा जारी अधिसूचना | |||||
| दिनांक 04 फरवरी, 2009 संरक्षित | |||||
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| आच्छादित न होने के कारण समिति | |||||
| द्वारा प्रकरण को आखीकार किये जाने | |||||
| की संस्तुति की गई। | |||||
| 21 | बैठक में उपस्थित चिकित्साधिकारी के | ||||
| मातापुसार प्रश्नगत बीमारी पुनर्गवन | |||||
| समन्यय विभाग द्वारा जारी अधिसूचना | |||||
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| आच्छादित न होने के कारण समिति | |||||
| द्वारा प्रकरण को आखीकार किये जाने | |||||
| की संस्तुति की गई। | |||||
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| मातापुसार प्रश्नगत बीमारी पुनर्गवन | |||||
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| आच्छादित न होने के कारण समिति | |||||
| द्वारा प्रकरण को आखीकार किये जाने | |||||
| की संस्तुति की गई। | |||||
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| मातापुसार प्रश्नगत बीमारी पुनर्गवन | |||||
| समन्यय विभाग द्वारा जारी अधिसूचना | |||||
| दिनांक 04 फरवरी, 2009 संरक्षित | |||||
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| आच्छादित न होने के कारण समिति | |||||
| द्वारा प्रकरण को आखीकार किये जाने | |||||
| की संस्तुति की गई। | |||||
| 24 | बैठक में उपस्थित चिकित्साधिकारी के | ||||
| मातापुसार प्रश्नगत बीमारी पुनर्गवन | |||||
| समन्यय विभाग द्वारा जारी अधिसूचना | |||||
| दिनांक 04 फरवरी, 2009 संरक्षित | |||||
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| आच्छादित न होने के कारण समिति | |||||
| द्वारा प्रकरण को आखीकार किये जाने | |||||
| की संस्तुति की गई। | |||||
| 25 | बैठक में उपस्थित चिकित्साधिकारी के | ||||
| मातापुसार प्रश्नगत बीमारी पुनर्गवन | |||||
| मातापुसार प्रश्नगत बीमारी पुनर्गवन | |||||
| मातापुसार प्रश्नगत बीमारी पुनर्गवन | |||||
| प्रारम्भिक परिचय की आख्यानुसार | |||||
| श्रीमती रानेश, पत्नी श्री दत्ते सिंह “केस |